Haryana Judiciary Mains 2015 Previous Year Paper (Hindi)

Candidates preparing for Haryana Judicial Services should solve the Haryana Judiciary Mains 2015 Previous Year Paper and other previous year question papers before they face  Prelims and Mains. Additionally, it gives an idea about the syllabus and the way to prepare the subjects by keeping the previous year questions in mind. All toppers are mindful and cognizant of… Read More »

Update: 2021-03-06 07:40 GMT

Candidates preparing for Haryana Judicial Services should solve the Haryana Judiciary Mains 2015 Previous Year Paper and other previous year question papers before they face Prelims and Mains.

Additionally, it gives an idea about the syllabus and the way to prepare the subjects by keeping the previous year questions in mind. All toppers are mindful and cognizant of the types of questions asked by the HCS, to be aware of the various different tricks and types of questions. This should be done by every aspirant when starting their preparation. It is very important to have an overall understanding of the pattern and design of questions.

Only practising the authentic question papers will give you a real feel of the pattern and style of the questions. Here’s Haryana Judicial Services Mains 2015 Previous Year Paper (Hindi).

Haryana Civil Services (Judicial Branch) Main Written Examination 2015

HINDI

Time: 3 Hours

Maximum Marks: 100

Instructions:

  1. Attempt all the questions in the same order in which they appear in the Question Paper.
  2. Marks for individual questions are indicated against each question.
  3. No extra answer sheet will be provided.

Question 1

निम्नलिखित गधांश का हिंदी में अनुवाद कीजिये: (20 Marks)

Enjoyment with attachment is really a search for pleasure, that is, satisfaction of the senses. It brings satiety, disgust, frustration and misery. When you remove attachment, wrath and fear from your actions and are not haired by the enjoyment of the senses or, to use the words of the Gita, when you develop “ “anaaskti”, the action becomes perfect. Then the joy of doing the perfect act becomes yours. It stimulates fundamental aspirations for love, power, joy, peace, light and freedom. Then you find unfading “aanand” of having fulfilled yourself. If we perform the duty of the moment, whatever happens, nothing will harm us. Let us not forget the glory of our past; let us discharge our duty in the present; let us decide to steer our way fearlessly in the future.

Question 2

(अ) निम्नलिखित गधांश की व्याख्या सरल हिंदी भाषा में कीजिये : (15 Marks)

मनुष्य अपने भविष्य के बारे में चिंतित है। सभ्यता की अग्रगति के साथ ही चिंताजनक अवस्था उत्पन्न होती जा रही है। इस व्यावसायिक युग में उत्पादन की होड़ लगी हुई है। कुछ देश विकसित कहे जाते हैं, कुछ विकासोन्मुख। विकसित देश वे हैं जहाँ आधुनिक तकनीक का पूर्ण उपयोग हो रहा है। ऐसे देश नाना प्रकार की सामग्री का उत्पादन करते हैं और उस सामग्री की खपत के लिए बाजार ढ़ूँढते रहते हैं। अत्यधिक उत्पादन क्षमता के कारण ही ये देश विकसित और अमीर हैं। विकासोन्मुख या गरीब देश उनके समान ही उत्पादन करने की आकांक्षा रखते हैं और इसलिए उन सभी आधुनिक तरीकों की जानकारी प्राप्त करते हैं। उत्पादन – क्षमता बढ़ाने का स्वप्न देखते हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि सारे संसार में उन वायुमंडल – प्रदूषण यंत्रों की भीड़ बढ़ते लगी है जो विकास के लिए परम आवश्यक माने जाते हैं। इन विकास – वाहन उपकरणों ने अनेक प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न कर दी हैं। वायुमंडल विषाक्त गैसों से ऐसा भरता जा रहा है कि संसार का सारा पर्यावरण दूषित हो उठा है, जिससे वनस्पतियोंतक के अस्तित्व संकटापन्न हो गए हैं। अपने बढ़ते उत्पादन को खपाने के लिए हर शक्तिशाली देश अपनाअ प्रभाव – क्षेत्र बढ़ा रहा है और आपसी प्रतिद्वंद्विता इतनी बढ़ गई है कि सभी ने मारणास्त्रों का विशाल भंडार बना रखा है।​

(ब) निम्नलिखित पद्दानसो की व्याख्या कीजिये: (15 Marks)

(क)
मेरा तेरा मनवा कैसे एक होई रे।​
मै कहता हु आंखिन देखी तू कहता कागज़ की लेखी।​
मैं कहता सुर्झावान हारी, तू राख्यो उरझाई रे।​
मैं कहता तू जागत रहियो, तू जाता है सोई रे।​
मैं कहता निर्मोही रहियो, तू जाता है मोहि रे।​
युगन युगन समझावन हारा, नहीं मानत है कोई रे।​
सतगुरु धारा निर्मल बाहे, ता में काया धोई रे।​
कहत कबीर सुनो भई साधों, तबहिं वैसा होई रे।​
(ख)​
श्वानों को मिलता दूध-वस्त्र, भूखे बालक अकुलाते हैं।​
माँ की हड्डी से चिपक ठिठुर जाड़ों की रात बिताते हैं।​
युवती के लज्जा वसन बेच जब ब्याज चुकाए जाते हैं।​
मालिक जब तेल-फुलेलों पर पानी-सा द्रव्य बहाते हैं।​
पापी महलों का अहंकार देता तब मुझको आमन्त्रण।​

Question 3

(अ) निम्नलिखित अशुद्ध शब्दों को शुद्ध करके लिखिए : (5 Marks)

(क) निमित्तक

(ख़) द्रधिचि

(ग) शुश्र्या

(घ) ज्योत्स्ना

(ड) आछादन

(च) प्राणीवन्द्र

(छ) राजभिषेक

(ज़) तुलोचन

(झ) अन्तिष्ट

(ण) अन्ताक्षरी

(ब) निम्नलिखित अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए : (5 Marks)

(क) अरे भाई! तेरे को साहब ने बुलाया हैं।

(ख़) हमें कहे, हम तो तुम्हारी गीदड़ भभकी से डरते नहीं।

(ग) भारत के शहीदों का देश सदा ऋणी हैं।

(घ) मैंने तो सर्वस्व आपको समपर्ण कर दिया हैं।

(ड) साता, जो राम की पत्नी थी, वह एक पतिव्रता नारी थी।

Question 4

निम्नलिखित मुहावरो के अर्थ लिखकर वाक्यो में प्रयोग कीजिए : (10 Marks)

(क) बगलें झांकना

(ख़) हवाई किले बनाना

(ग) पेट में दाढ़ी होना

(घ) आंखो में चर्बी छाना

(ड) कलम तोड़ना

(च) चिकना घड़ा

(छ) बद से बदनाम बुरा

(ज़) चिराग तले अंधेरा होना

(झ) हाथ पांव फूलना

(ण) गोबर गणेश

Question 5

निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर निबंघ लिखिए : (30 Marks)

(क) राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता

(ख़) भारतीय युवा और राजनीति

(ग) वर्तमान शिक्षा प्रणाली

(घ) आधुनिक समाजिक चेतना और मीडिया

(ड) नारी सशक्तिकरण


  1. Law Library: Notes and Study Material for LLB, LLM, Judiciary and Entrance Exams
  2. Legal Bites Academy – Ultimate Test Prep Destination

Similar News